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Become Millionaire In 60 Days Moong Cultivation Is A Boon For Farmers Haryana Government Giving 75 Subsidy

60 दिन में लखपति बनें : किसानों के लिए वरदान है ये फसल, हरियाणा की सरकार तो बीज पर 75 फीसदी सब्सिडी भी दे रही

गांव जंक्शन डेस्क, नोएडा Published by: Himanshu Mishra Updated Sun, 17 Mar 2024 10:39 AM IST
सार

मूंग एक ऐसी फसल है, जिससे किसान खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। खास बात है कि इसमें किसानों को ज्यादा परेशान होने की जरूरत भी नहीं पड़ती है और इसकी फसल महज 60 दिन के अंदर तैयार हो जाती है।

मूंग
मूंग - फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार
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अगर आप कम समय में खेती से अच्छी आमदनी करना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। आज हम आपको एक ऐसी फसल के बारे में बताएंगे, जिससे महज 60 दिन के अंदर आप लखपति बन सकते हैं। खास बात ये है कि हरियाणा की सरकार इस फसल की खेती करने के लिए बीज पर 75 प्रतिशत की सब्सिडी भी दे रही है। आइए जानते हैं इस कमाल की फसल के बारे में सबकुछ...  

 
तो इस फसल से आपका सपना हो सकता है पूरा
मूंग एक ऐसी फसल है, जिससे किसान खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। खास बात है कि इसमें किसानों को ज्यादा परेशान होने की जरूरत भी नहीं पड़ती है और इसकी फसल महज 60 दिन के अंदर तैयार हो जाती है। किसान इस फसल की बुआई मार्च से जून तक के बीच में कर सकते हैं। यह फसल गर्मी के दिनों में अच्छा मुनाफा देती है। इस फसल में ज्यादा पानी की जरूरत नहीं पड़ती। ये एक दलहनी फसल है। इसकी खेती खरीफ और रबी दोनों ही सीजन में की जाती है। सबसे सटीक समय मार्च से लेकर जून तक होता है। इस दौरान खेत खाली भी रहते हैं। 

 
क्या कहते हैं वैज्ञानिक?
कृषि वैज्ञानिक डॉ. महेंद्र सिंह बताते हैं कि मूंग की फसल 58 से 65 दिन में तैयार हो जाती है। इसकी खेती करने वाले किसान कुछ चीजों की जानकारी रख अच्छी आमदनी कर सकते हैं। मसलन खेती करने से पहले ट्रैक्टर से खेत की दो चास जोतई करनी चाहिए। इसके बाद एक बार रोटावेटर से खेत की जुताई करनी चाहिए। इसके बाद 10 किलो बीज प्रति एकड़ और 25 किलो बीज प्रति हेक्टेयर लगा सकते हैं। बारिश आने से पहले फसल तैयार हो जाती है। ये गरमा फसल होती है, इसलिए इसे ज्यादा पानी की जरूरत नहीं पड़ती है। एक बार नमी होने पर बीज लगा देते हैं। इसके बाद दो से तीन बार पटवन कर सकते हैं। इसे लगाने के लिए एक से दूसरे पौधे के बीच 12 इंच की दूरी रखें। इससे फसल का काफी बेहतर उत्पादन होता है। 
 
पैदावार अच्छी और आमदनी भी पक्की 
डॉ. महेंद्र के अनुसार, गरमा मूंग की खेती में 60 दिनों के अंदर तीन बार किसान कटाई कर सकते हैं। एक एकड़ में लगाने में 10 किलो बीज लगता है, जिससे चार क्विंटल मूंग तैयार होती है। इसे बाजार में दाल या बीज के रूप में बिक्री कर सकते हैं। 

 
हरियाणा की सरकार दे रही सब्सिडी
हरियाणा सरकार ने मूंग की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को मूंग की बीज पर सब्सिडी देने का फैसला किया है। सरकार ने इसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, दलहनी फसलों, जल सरंक्षण एवं ग्रीष्मकालीन मूंग का एरिया बढ़ाने के लिए किसानों को 75 प्रतिशत अनुदान पर मूंग के बीज का वितरण किया जाएगा। यह हरियाणा बीज विकास निगम के बिक्री केंद्रों के माध्यम से किसानों को बीज वितरित किया जाएगा। इसमें एक किसान को अधिकतम 30 किलो बीज मिलेगा। इसमें फिलहाल एक लाख एकड़ क्षेत्र में बुवाई के लिए ग्रीष्मकालीन मूंग के बीज का वितरण होना है। 

 
ऐसे लें इस सब्सिडी का लाभ 
अगर आप सरकार की इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो इसके नियम को जानना जरूरी है। इस योजना के तहत किसानों को एक लाख एकड़ क्षेत्र में बुवाई के लिए ग्रीष्मकालीन मूंग का बीज दिया जाएगा। किसानों को बीज के लिए केवल 25 प्रतिशत राशि ही देनी होगी। बाकी 75 प्रतिशत राशि सरकार देगी। किसानों को इसके लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की वेबसाइट http://agriharyana.gov.in/ पर जाकर 15 अप्रैल तक रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। बीज लेते समय किसान को अपना आधार कार्ड या वोटर कार्ड या किसान कार्ड बिक्री केन्द्र पर प्रस्तुत करना होगा। 

 
किसानों को कौन सी बीज मिलेगी?
सरकार की तरफ से जारी सूचना के अनुसार, इस योजना के तहत किसानों को ग्रीष्मकालीन मूंग की एमएच 421 वैरायटी की बीज उपलब्ध करवाई जाएगी। यह बीज काफी उत्तम क्वालिटी की मानी जाती है। इस किस्म की बीज की फसल केवल 60 दिन में तैयार हो जाती है। इसमें सामान्य उपज 4 से 8 क्विंटल प्रति एकड़ की होती है।