घाटे में चल रही देश की तीसरी सबसे बड़ी मोबाइल कम्युनिकेशन कंपनी वोडाफोन आइडिया 45,000 करोड़ रुपये जुटाने वाली है. एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने बताया है कि बोर्ड ने फंड जुटाने के लिए मैनेजमेंट को अलग-अलग इंटरमीडियरीज नियुक्त करने की मंजूरी दे दी है.
इस पैसे में से करीब 20,000 करोड़ रुपये इक्विटी के जरिए जुटाए जाएंगे, जबकि बाकी के 25,000 करोड़ रुपये कर्ज के जरिए जुटा सकती है. अच्छी बात ये है कि इस बार मौजूदा प्रोमोटर भी इक्विटी से पैसे जुटाने की योजना में हिस्सा लेंगे. पिछले कुछ दिनों पहले ही आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने साफ किया था कि टेलीकॉम बिजनेस से निकलने का उनका कोई इरादा नहीं है.
₹20,000 करोड़ इक्विटी के जरिए जुटाएगी
मौजूदा प्रोमोटर भी इस बार पैसे डालेंगे
₹25,000 करोड़ का कर्ज ले सकती है
2 अप्रैल 24 को EGM में निवेशकों से मंजूरी लेगी
Source: Exchange Filing
वोडाफोन आइडिया आने वाली तिमाही यानी अगले कारोबारी साल की पहली तिमाही में ये पैसे जुटाएगी. कंपनी इस महत्वकांक्षी योजना पर 2 अप्रैल 2024 को EGM निवेशकों की मंजूरी लेगी. कंपनी इस पैसे का इस्तेमाल 4G कवरेज बढ़ाने, 5G नेटवर्क शुरू करने और क्षमता बढ़ाने पर करेगी.
वोडाफोन आइडिया पर कुल 2.24 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है. हालांकि इसमें से 90% कर्ज सरकार का है और ये कर्ज कुछ और नहीं बल्कि स्पेक्ट्रम फीस और दूसरे बकाये शुल्क हैं.